"Cabin Fever" (2016) फिल्म की समीक्षा
"Cabin Fever" (2016) एक हॉरर-थ्रिलर फिल्म है, जो 2002 में आई Eli Roth की फिल्म "Cabin Fever" का रीमेक है। यह फिल्म Travis Zariwny द्वारा निर्देशित की गई है और मूल फिल्म के समान ही, एक खतरनाक बीमारी के कारण एक दोस्ती समूह के बीच होने वाले डर और आतंक को दर्शाती है। हालांकि यह फिल्म मूल कहानी पर आधारित है, लेकिन इसमें कुछ छोटे बदलाव किए गए हैं और निर्देशन में एक नया दृष्टिकोण अपनाया गया है।
कहानी:
"Cabin Fever" (2016) की कहानी वही पुरानी है—कई दोस्त एक शांत और सुनसान केबिन में छुट्टियां बिताने जाते हैं। इन दोस्तों में Paul (जो Gage Golightly द्वारा निभाया गया), Karen (जो Deborah Ann Woll द्वारा निभाई गई), Jeff (जो Keegan Allen द्वारा निभाया गया), Marcy (जो Hannah Fearon द्वारा निभाई गई) और Bert (जो Matthew Daddario द्वारा निभाया गया) शामिल हैं। जैसे ही वे केबिन में पहुंचते हैं, एक आदमी उन्हें चेतावनी देता है कि इलाके में एक खतरनाक बीमारी फैल चुकी है। जल्द ही, इनमें से एक दोस्त संक्रमित हो जाता है और बाकी के लोग उसे बचाने के प्रयासों में लग जाते हैं, जबकि बीमारी तेजी से फैलने लगती है और उनका जीवन खतरे में पड़ जाता है।
निर्देशन और प्रस्तुति:
Travis Zariwny ने मूल फिल्म की कहानी को नए ढंग से प्रस्तुत किया है, लेकिन इस रीमेक में कुछ खास नया नहीं देखने को मिलता। फिल्म की संरचना और घटनाक्रम मूल फिल्म की तरह ही है, लेकिन निर्देशक ने इसके शॉक वैल्यू और खून-खराबे को थोड़ा बढ़ा दिया है। जबकि यह फिल्म दृश्यात्मक रूप से काफी डरावनी और हिंसक है, फिर भी इसमें कुछ बदलाव और आधुनिक प्रभावों को जोड़ा गया है जो इसे 2016 के दर्शकों के लिए आकर्षक बना सकते हैं।
अभिनय:
फिल्म के कलाकारों ने अपनी भूमिकाओं में ठीक-ठाक काम किया है, लेकिन वे मूल फिल्म के मुकाबले ज्यादा प्रभावशाली नहीं रहे। Gage Golightly, Deborah Ann Woll और बाकी कलाकारों ने अपने किरदारों को सटीक तरीके से निभाया है, लेकिन कभी-कभी अभिनय थोड़ा सीधा-सादा महसूस होता है, खासकर जब आपको मूल फिल्म के किरदारों की याद आती है। हालांकि, Deborah Ann Woll ने अपनी भूमिका में कुछ खास दम दिखाया है, और दर्शकों को उनके किरदार से एक भावनात्मक जुड़ाव महसूस होता है।
डर और खौ़फ:
"Cabin Fever" (2016) में खौ़फ का निर्माण मुख्य रूप से शारीरिक शॉक और भयानक दृश्यों से किया गया है। फिल्म में जो बीमारी दिखाई जाती है, वह न केवल शारीरिक रूप से विकृत है बल्कि देखने में भी काफी डरावनी है। इसमें त्वचा का सड़ना, खून-खराबा और घिनौने दृश्य प्रमुख हैं, जो डर पैदा करते हैं। हालांकि, यह डर पूरी तरह से मानसिक नहीं है जैसा कि 2002 की फिल्म में था। यह फिल्म ज्यादा शारीरिक भय पर निर्भर करती है।
निष्कर्ष:
"Cabin Fever" (2016) एक हॉरर फिल्म है जो मूल फिल्म का एक रीमेक है, और इसमें कुछ अच्छे डरावने तत्व हैं। हालांकि, इसकी कहानी और प्रभाव मूल फिल्म से ज्यादा भिन्न नहीं हैं, लेकिन फिर भी यह दर्शकों को एक शारीरिक और हिंसक डर का अनुभव देती है। अगर आप Eli Roth की 2002 की "Cabin Fever" को पसंद करते हैं, तो यह रीमेक आपके लिए एक मजेदार अनुभव हो सकता है, लेकिन अगर आपने पहले ही मूल फिल्म देखी है, तो शायद आपको इसमें कुछ नया नहीं मिलेगा।
यदि आप शारीरिक डर और खून-खराबे वाली फिल्में पसंद करते हैं, तो यह फिल्म देखी जा सकती है, लेकिन जो लोग मानसिक भय और सस्पेंस में रुचि रखते हैं, उन्हें यह फिल्म शायद कम प्रभावशाली लगेगी।
CLICK HERE